ग्राउटिंग क्या है, प्रकार, लाभ, अनुप्रयोग और ग्राउटिंग की प्रक्रिया?




सामान्यतः रेत, सीमेंट, पानी के मिश्रण से तैयार तरल पदार्थ अथवा वाटर प्रूफिंग के लिए रासायनिक पदार्थ के मिश्रण से तैयार तरल पदार्थ को ग्राउट कहते हैं। किन्तु कंक्रीट ब्लाकों के कोर जैसे बड़े जगहों को मजबूती प्रदान करने के लिए रेत, सीमेंट, पानी के साथ ग्राउट में बजरी का उपयोग भी किया जाता है।

ग्राउट सामग्री का उपयोग विभिन्न प्रकार से भवन निर्माण के वक्त भवन के ढाचें को मजबूती प्रदान करने के लिए किया जाता है। इसके अतिरिक्त भवन की छतों एवं बाहरी दीवारो में पानी रीसने की समस्या को दूर करने के लिए और फर्श एवं दीवारों में लगने वाली टाइल्स को जोड़ने के लिए भी ग्राउट का उपयोग किया जाता है। इसी ग्राउट सामग्री को विभिन्न प्रकार से पाइल फाउंडेशन, ग्राउंड एंकर, अंडर रीमिंग, बांध निर्माण, सड़क निर्माण आदि उपयोग करने की विधि को ग्राउटिंग कहते हैं। आइये देखें ग्राउटटिंग से सम्बंधित विस्तृत जानकारी।

ग्राउटटिंग किसे कहते हैं? What is Grouting?

ग्राउट को कंक्रीट की दरारों की मरम्मत, टाइलों में अंतराल को भरने, जोड़ों को सील करने और मिट्टी के स्थिरीकरण आदि के लिए उपयोग करने की विधि को ग्राउटिंग कहते हैं।

भवन की नींव और संरचना को अतिरिक्त मज़बूती प्रदान करने लिए ग्राउटिंग का प्रयोग किया जाता है।ग्राउटिंग का उपयोग कंक्रीट की दरारों की मरम्मत, टाइलों में अंतराल को भरने, जोड़ों को सील करने और मिट्टी के स्थिरीकरण के लिए भी किया जाता है।

ग्राउटिंग के प्रकार Types of Grouting

भवन निर्माण में,पाइल फाउंडेशन, ग्राउंड एंकर, अंडर रीमिंग, बांध निर्माण, सड़क निर्माण,तथा भवन की वाटरप्रूफिंग (waterproofing) आदि के आधार पर ग्राउटिंग की सामग्री को अलग -अलग तरीके से तैयार किया जाता है।ग्राउटिंग के प्रकार निम्नलिखित हैं :

सीमेंट ग्राउटिंग Cement Grouting

सिमेंट ग्राउटिंग का उपयोग उच्च पारगम्यता (permeability) वाले ज़मीन के लिए किया जाता है इसके लिए पानी, रेत और सिमेंट के प्रयोग से ग्राउट तैयार किया जाता है।

सिमेंट ग्राउटिंग का उपयोग Uses of Cement Grouting

सिमेंट ग्राउटिंग का प्रयोग पुलों, समुद्री अनुप्रयोगों, बाँधों एवं रॉक एंकर जैसे अनेक प्रकार की संरचना के जमाव/स्थिरीकरण एवं मज़बूती प्रदान करने के लिए किया जाता है।

ग्राउटिंग के लिए उपयोग किए जाने वाले क्षेत्र के चारों ओर एक निर्धारित त्रिज्या में छेद बोरिंग पाइप के माध्यम से किया जाता है।इसके बाद ग्राउट सामग्री को तरल रूप में उच्च दबाव के प्रेशर के साथ छेद में भरने के लिए इंजेक्ट किया जाता है। ग्राउट सामग्री के दलदलापन को आवश्यकता अनुसार पानी -सिमेंट के अनुपात को कम करके बढ़ाया जाता है। इसके बाद क्षेत्र की पूर्णतया ग्राउटिंग सुनिश्चित करने के लिए प्राथमिक छिद्रों के बीच एक दूसरा छिद्र करके ग्राउटिंग प्रक्रिया को पूरा किया जाता है।

केमिकल ग्राउटिंग Chemical Grouting

केमिकल ग्राउटिंग पर्मीएशन (permeation) ग्राउटिंग का एक रूप है।इस प्रकार की ग्राउटिंग मिश्रण में आमतौर पर एक्रिलामाइड्स, पॉलीयुरेथेन, एक्रिलेट्स, एपॉक्सी और सोडियम सिलिकेट्स शामिल होता किया जाता हैं।

कैमिकल ग्राउटिंग का उपयोग Uses of Chemical Grouting

कैमिकल ग्राउट का प्रयोग व्यापक रूप से खानों, सुरंगों, भूमिगत टैंकों, लिफ्ट शाफ्ट, और भूमिगत नाली और पाइप के आसपास जल रिसाव को रोकने के लिए किया जाता है।

कमिकल ग्राउटिंग मुख्यतः दो प्रकार से की जाती है :

टू-शॉट प्रक्रिया (Two-shot Process):

इस प्रक्रिया में पाइप को ड्रिल करने के माध्यम से ज़मीन में डाला जाता है। इसके बाद पाइप के माध्यम से एक के बाद एक कमिकल युक्त सामग्री को ज़मीन की मिट्टी के अंदर पहुँचाने पर कमिकल रीऐक्शन की प्रक्रिया से मिट्टी तीव्र गति से ठोस रूप ले लेती है।

वन-शॉट प्रक्रिया (One-shot Process):

इस विधि में ग्राउटिंग सामग्री के रासायनिक मिश्रण को पहले से तैयार करने के बाद ज़मीन के अंदर डाला जाता है। इस प्रक्रिया में संरचना को सख़्त रूप लेने में वक़्त लगता है। कमिकल ग्राउटिंग की वन -शॉट प्रक्रिया का उपयोग बोरहोल के लिए किया जाता है।

स्ट्रक्चरअल/ संरचनातमक ग्राउटिंग Structural Grouting

खनन किए जाने वाले स्थान पर एक संरचना का निर्माण किया जाता है। इस कंक्रिट और चट्टानों की संरचना और खनन सामग्री के बीच के ख़ाली स्थान को भरने के लिए स्ट्रक्चरल ग्राउटिंग का उपयोग किया जाता है। इसके अतिरिक्त भूमिगत सुरंगों में चट्टानों में आयी दरारों एवं चट्टानों के जोड़ों को भरने के लिए भी स्ट्रक्चरल ग्राउटिंग का प्रयोग किया जाता है।

स्ट्रक्चरल ग्राउटिंग का उपयोग (Uses of Structural Grouting)

स्ट्रक्चरल ग्राउटिंग आमतौर पर सुरंगों और भूमिगत संरचनाओं में किया जाता है।

बेंटोनाइट ग्राउटिंग Bentonite Grouting

बेंटोनाइट ड्रिलिंग मिट्टी या रोटरी ड्रिलिंग में उपयोग किए जाने वाले तरल पदार्थ में प्रमुख घटक है। ग्राउटिंग सामग्री के रूप में सोडियम बेंटोनाइट की उपयुक्तता हाइड्रेटेड होने पर इसकी सूखी मात्रा का 15 गुना हो जाती है।

बेंटोनाइट ग्राउटिंग का उपयोग (Uses of Bentonite Grouting)

सोडियम बेंटोनाइट ग्राउट को विशेष रूप से उपयोग में में न आने वाले कुएँ के मुँह को ढकने का ढक्कन बनाने, मिट्टी के बने संरचनाओं की सीलिंग और वोटर प्रूफ़िंग के लिए उपयोग किया जाता है। उच्च मॉन्टमोरिलोनाइट सामग्री और पानी सोखने पर फूलने की विशेषता के कारण इस ग्राउट का उपयोग कुएं के निर्माण के दौरान बनाए गए बोरहोल के बीच कुंडलाकार स्थान की ग्राउटिंग के लिए उपयुक्त रहता है।

बिटुमिनस ग्राउटिंग Bituminous Grouting

हॉट बिटुमेन ग्राउटिंग एक विशेष प्रकार का ग्राउटिंग है जिसमें पिघला हुआ गर्म कोरताल ग्राउटिंग सामग्री के रूप में उपयोग किया जाता है।

हॉट-बिटुमेन ग्राउटिंग का उपयोग (Uses of Bituminous Grouting)

हॉट-बिटुमेन ग्राउटिंग का उपयोग अक्सर उच्च मात्रा में भूमिगत जल प्रवाह को काटने के लिए किया जाता है। हॉट बिटुमेन ग्राउट की प्रमुख विशेषता इसकी तापमान पर निर्भर चिपचिपाहट है।

रेसिन ग्राउटिंग Resin Grouting

एपॉक्सी ग्राउट्स को रिएक्टिव रेसिन ग्राउट्स के रूप में भी जाना जाता है।इस प्रकार के ग्राउटिंग सामग्री को सीमेंट-आधारित मिश्रण से बनाया जाता है। यह जलरोधक नहीं होता है किंतु गीला होने पर पानी को अवशोषित करने की क्षमता रखता है। सिरेमिक टाइल्स को जोड़ने के लिए एपॉक्सी ग्राउट का उपयोग सर्वोत्तम है

रेसिन ग्राउटिंग का उपयोग

इस प्रकार की ग्राउटिंग का उपयोग अस्पतालों, वर्कटॉप्स और खाद्य उत्पादन सुविधाओं जैसे स्थानों में स्वच्छता की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए किया जाता है।

ग्राउटिंग के लाभ Advantage of Grouting

  • ग्राउटिंग का प्रयोग सभी प्रकार की भूमि में किया जा सकता है।
  • भवन संरचनाओं में ग्राउटिंग के दौरान कम्पन नहीं होता है अथवा नियंत्रित किया जा सकता है जिससे संरचनाओं के विकृत होने की सम्भावना नहीं रहती है। ग्राउटिंग से स्थल की संरचना में सुधार होता है।
  • स्लैब जैकिंग अर्थात विकृत संरचना को ऊपर उठाने, संरचना पर लोड के भार को वाहन करने आदि में ग्राउटिंग उपयोगी सिद्ध होता है।
  • दीवारों, स्थंभो में आयी दरारों को भरने में ग्राउटिंग उपयोगी है।
  • यह भूजल प्रवाह, रिसाव, हानिकारक अपशिष्ट पदार्थों को नियंत्रित करने में सहायक होता है।

ग्राउटिंग का प्रयोग ​​​​​​​​Applications of Grouting

  • पूर्व निर्मित संरचनाओं में मशीन नींव, बेस प्लेट, भार वहन और स्थंभो के जोड़ों की मरम्मत के लिए किया जाता है
  • कंक्रिट निर्मित संरचनाओं में पोला भाग/छेद, रिक्त स्थान, दरार भरने के लिए ग्राउटिंग का प्रयोग किया जाता है।
  • फूटपाथ और नीव के नीचे की ज़मीन की मरम्मत के लिए उपयोग किया जाता है।
  • चिनाई में आने वाली विकृति/दोष और कंक्रिट में पड़ने वाली दरारों की मरम्मत ग्राउटिंग से की जाती है।
  • मिट्टी की स्थिरीकरण में उपयोग किया जाता है।
  • खानों, सुरंगों, बाँधों, भूमिगत संरचनाओं में पानी रिसाव को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
  • असामान्य और कठिन भू-तकनीकी और संरचनात्मक समस्याओं में सुधार के लिए ग्राउटिंग का उपयोग किया जाता है।
  • उत्खनन प्रक्रिया में सहायता के लिए प्रयोग होता है।

ग्राउटिंग की प्रक्रिया Process of Grouting

ग्राउटिंग के लिए आधारभूत तैयारी Substrate Preparation

यांत्रिक तकनीकों जैसे उच्च दबाव वाटर जेटिंग, ब्रेकर, ब्लास्ट क्लीनिंग, स्क्रैबल्स आदि के द्वारा ग्राउटिंग की आधारभूत व्यवस्था सुनिश्चहित की जाती है। इसके बाद कांक्रीट की परत को 2-6 घंटे तक लगातार साफ़ पानी से भिगाना होता है। जिससे ग्राउटिंग प्रक्रिया के दौरान एक पानी सोख चुकी कंक्रिट की सुखी परत तैयार हो जाए।

मिश्रण तैयार करनाMix Preparation

सतह पर फैलने/बहने योग्य मिश्रण का अनुपात

पानी: पाउडर = 0.14 से 0.16 वजन के हिसाब से (4.2 लीटर से 4.8 लीटर पानी प्रति 30 किलो बैग)।

सतह पर डालने योग्य मिश्रण का अनुपात

पानी: पाउडर = 0.12 से 0.14 वजन के हिसाब से (3.6 लीटर से 4.2 लीटर पानी प्रति 30 किलो बैग)।

मिश्रण उपकरण Mixing equipement

ग्राउट पाउडर को यंत्र की सहायता से सही अनुपात में पानी के साथ कम गति (अधिकतम 500 आरपीएम) इलेक्ट्रिक ड्रिल के साथ मिलाएं, ताकि बहुत अधिक हवा का प्रवेश मिश्रण में न होने पाए।

लगभग 80 से 90% पानी मिक्सिंग ड्रम में डालें। फिर बचा हुआ पानी डालें।

वांछित स्थिरता और प्रवाह योग्यता के आधार पर, मिश्रण अनुपात को समायोजित किया जा सकता है। कंक्रीट टिल्टिंग मिक्सर का प्रयोग न करें।

प्रयोग करने की प्रक्रिया Application Process

तैयार सतह पर ग्राउट मिश्रण तुरंत डालें जिससे ग्राउट में विस्थापित हवा आसानी से निकल सके अन्यथा ग्राउट में फाँसे हुये हवा के बुलबुले ग्राउटिंग की सतह पर पकड़ मज़बूत बनाने में बाधा उत्पन्न करेगी।

गीला झरझरा सब्सट्रेट संतृप्त सतह सूखी स्थिति में बेस प्लेट आदि को ग्राउट करते समय, सुनिश्चित करें कि ग्राउट को प्रवाहित रखने के लिए एक निरंतर और पर्याप्त दबाव बना रहे।

ग्राउट का सतह पर अच्छी तरह फैलने और सतह पर पकड़ मज़बूत बनाने के प्रयोग को सुनिश्चहित करने के लिए

जितनी जल्दी हो सके (अधिकतम 15 मिनट के भीतर) ग्राउट को डालने के लिए उपयोग करें।


Tag: ग्राउटिंग | ग्राउटिंग की प्रक्रिया | ग्राउटिंग प्रकार
21-Nov-2023
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